लोरी सुनाती हो या अपनी गोद का झूला बनाती हो
या बाहों में लेकर चक्कर लगाती हो
ओ मा यह तो बताओ ,तुम अपनी बेटी को कैसे सुलाती हो।
खरगोश जैसा मुंह बनाती हो या बंदर जैसा हूं- हूं चिल्लाती हो
या बेटी के सामने नाचती गुनगुनाती हो
ओ मां यह तो बताओ तुम अपनी रोती बेटी को कैसे चुप कराती हो।
आंखें फाड़ के डराती हो या धीमे-धीमे से पूचकारती हो
मार के रुलाती हो या गुदगुदी लगाती हो
ओमा यह तो बताओ अपनी भूखी बेटी को खाना कैसे खिलाती हो।
नन्हें पैरों को चूम के या हाथों में लेकर झूमके
खेलते हुए देख के या उसकी हंसी में हंस के
ओ मां यह तो बताओ तुम अपनी बिटिया से प्यार कैसे जताती हो।
यह तो बताओ कि तुम और क्या-क्या करती हो
Subhash...
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