Wednesday, June 19, 2019

बर्बाद होता समाज

पुलिस क्या गाली खाने और पिटने के लिए बनी है? 

16 जून को देल्ही के मुखर्जी नगर इलाके मे पुलिस की गाड़ी और एक सरदारजी की सवारी वेन की टक्कर होती है । पुलिस वाले वेन जिसे 17 साल का नाबालिक लड़का चला रहा था को साइड मे गाड़ी लगाने का बोलते है तो साथ मे कंडक्टर सीट पर बैठ उसका पिताजी अपनी कृपाण (तलवार) निकाल कर पुलिस पर हमला कर देता है। इतना होने पर आम आदमी भी अपनी आत्मरक्षा मे रेस्पोंड करता तो क्या पुलिस को हक़ नहीं था। मे पुलिस द्वारा सड़क पर सरदारजी को पीटने का पक्षधर नहीं हु । पुलिस को सार्वजानिक पिटाई से बचना चाहिए था। मुझे व्यक्तिगत ऐसा लगता है क्योकि मे भी फील्ड मे रहता हु सरदारजी द्वारा पुलिस पर तलवार से हमला और पुलिस के आत्मसम्मान को गलियो और शब्दों से इतना चोट पहुचाई होगी की पुलिसवालो ने नोकरी दाव पर लगा कर उसे कैमरों और लोगो के बीच पिट दिया।
बाद मे जैसा हमारा समाज करता है समुदाय विशेष इकट्ठा होकर पुरे पुलिस थाने की फ़ोर्स को पिटते है। और समाज के रक्षको पर उलटी एफआईआर होती है उन्हें ससपेंड कर जाँच खड़ी की जाती है।
हमारा समाज आज भी भारतीय के रूप मे कम तथाकथित मराठी ,सिंधी , सिख, मुस्लिम, बुद्ध, जैन, दलित, ब्राह्मण, समुदाय के रूप मे जाना जाता है। किसी के साथ कुछ भी गड़बड़ होती है तो वो अपने समुदाय को लेकर थाने का घेराव कर देता है।
और इसकी गाज पुलिस वालो पर ही गिरती है।
कोई मानवाधिकार वाला पुलिस के लिए खड़ा नहीं होता । उनके परिवार वालो के बारे मे कोई नहीं सोचता।
पुलिस जो 16..16 घंटे काम करती है। खुद त्यौहार नहीं मनाती ताकि देश त्योहार मना सके। पुलिस के मकान देख ले रहन सहन देख ले तो पता चलेगा की नारकीय जीवन जीने के लिए मजबूर पुलिस से हम मोरल पोलिसिंग पॉजिटिव पोलिसिंग की उम्मीद करते है।(लेकिन हम भूल जाते है की नरक मे तो यमदूत ही मिलेंगे देवदूत नहीं।) छुट्टी के नाम पर अधिकारियो के पेर पकड़ो,,, घर मे परिवार वालो के ताने सुनो की तुम तो किरायेदार हो तुमारा असली घर तो थाना है। नोकरी और परिवार मे सामन्जस्य बैठाना फिर पॉजिटिव साफ सुथरी नोकरी करना,,,, कोई घटना या दंगा होने पर सबसे आगे पुलिस जो पत्थर खाये गोली खाये मार खाये लेकिन कुछ न बोले।
पुलिस अधिकारियो के कहने पर चेकिंग करे तो हर दूसरा आदमी किसी नेता का रिश्तेदार होना बताता है और पुलिस को देख लेने और वर्दी उतरवा देने की धमकी देता है। लोग जितना समय पुलिस से उलझने मे लगाते है उतने समय मे वाहन के मूल दस्तावेज़ अपने साथ रख कर हेलमेट लगा ले,, मजाल है कोई पुलिस वाला फिर परेशां कर ले। क्योकि पुलिस एक अनुशासित फ़ोर्स हैं इसलिए अपने हक़ के लिए भी कोई संघठन नहीं बना सकती । जिस तरह समाज भीड़तंत्र की और बढ़ रहा है यदि पुलिस सड़को पर इकट्ठा होकर आ गयी तो अराजकता फ़ैल जायेगी।
निति निर्माताओ को चाहिए की वो समाज मे पुलिस और जनता के बिच मे एक विश्वास और सम्मान पैदा करे । पुलिस को भी सामाजिक चेतना के केंद्र बिंदु के रूप मे उभारना चाहिए। अंत मे जो घटना हुई गलत थी। पर समाज को समझना होगा ताली एक हाथ से नहीं बजती। एक पक्षीय सोच और कार्यवाही नहीं होना चाहिए। थाने मे घुस कर पुलिसवालो को पीटने वालो पर भी कार्यवाही होनी चाहिए।
हम भी कितने अजीब है व्यवस्था भी चाहते है और खुद ही अव्यवस्था फैलाते है| अगर हम सभी मुद्दों को बिना समझे अपनी प्रतिक्रिया देने लगे तो आये दिन अव्यवस्थ फैलाती रहेगी ,समाज और देश में शांति बनाये रखना  मुश्किल हो जायेगा |
खुद मे अनुशासन लाये देश अपने आप अनुशासित हो जायेगा। वर्गहित मे सोचने की बजाय देश हित मे सोचे।

Expressed by 
SI Praveen Thakarey 

Sunday, June 16, 2019

इस से ज्यादा शर्मसार और क्या?

अगर आप इस फोटो को देखेंगे इसके बाद इस वीडियो को देखते हैं,तो मैं किस बारे में कहना चाह रहा हूं यह अपने आप भी स्पष्ट हो जाएगा।




यह बड़े दुख की बात है कि भारत में इस तरह की घटनाएं काफी अधिक संख्या में होती हैं।एक ऐसा बालक जिसने अभी दुनिया में पैर भी नहीं रखा उससे कूड़े के ढेर में मरने के लिए फेंक दिया गया। यह घटना निश्चित ही हमारे दिल को दहला देने वाली है। मानवता को शर्मसार कर देने वाली है। हम इंसान हैं, इस ब्रह्मांड के सबसे समझदार प्राणी हमारा दायित्व ना सिर्फ हम इंसानों के लिए है बल्कि ब्रह्मांड के समस्त सजीव और निर्जीव, दोनों ही प्रकार के जीवो एवं पदार्थों के लिए भी बनता है। लेकिन क्या हमारी यही जिम्मेवारी है कि हम अपने ही नवजात शिशु को इस प्रकार फेंककर चले जाएं। इस छोटी सी बालिका की क्या गलती है। इसमें गलती किसकी है यह निश्चित की जानी चाहिए? इसके पीछे कारण क्या है! इसका समाधान भी निकाला जाना चाहिए। ब्रह्मांड ने ऐसी व्यवस्था की है कि हर जीव अपनी संख्या में वृद्धि कर सकें। आपने यह कभी नहीं देखा होगा कि एक जानवर अपने नवजात पैदा हुए बच्चों को छोड़कर कहीं चला जाए, ऐसा आज तक कभी नहीं हुआ। लेकिन हम इंसान अक्सर यह करते हैं हम अपने नवजात शिशुओं को एक नहीं कई बार छोड़कर, फेंककर, कभी कूड़े में, कभी नाली में, कभी खुले में, तो कभी मंदिर में छोड़ कर या फेंककर चले जाते हैं। हमारी कैसी मानवता है यह?
इस प्रकार की घटनाएं अक्सर तब होती हैं जब बच्चा किसी अविवाहित महिला को होता है या फिर किसी ऐसे संबंध से हुआ हो जिसकी समाज में स्वीकृति ना हो या अन्य शब्दों में कहें अवैध संबंधों से हुए बच्चों को ऐसा भविष्य देखना पड़ता है। जब भी एक अविवाहित युवती मां बनती है तो उसे हमारे समाज में बड़े ही अपमानजनक दृष्टि से देखा जाता है। ना केवल उस युवती को बहुत तकलीफें सहनी पड़ती है बल्कि उसके पूरे परिवार को भी बहुत ही सामाजिक अपमान का सामना करना पड़ता है। यही वजह है कि जब कभी ऐसी परिस्थितियां होती है तो मां ऐसे बच्चों को अपने पास नहीं रखती और अगर वह रखना भी चाहे तो उसका परिवार इस झूठे सामाजिक मान सम्मान के लिए उसे ऐसा ना करने को मजबूर कर देता है। कई बार तो ऐसा होता है के परिवार के सदस्य स्वयं बच्चे को मां के हाथों से छीन कर उसे फेंक देते हैं। लेकिन हम मात्र परिस्थितियों का हवाला देकर ऐसी मानवी घटना को जायज नहीं ठहरा सकते अगर समाज इसके बारे में नहीं सोच रहा है तो सरकारों को सोचना पड़ेगा।
कानूनी रूप से इस प्रकार के कृत्य अपराध है अगर कोई व्यक्ति ऐसा करता है तो उसे न्यायालय के द्वारा दंडित किया जाएगा ऐसा कानून में प्रावधान है, लेकिन ऐसा बहुत ही कम होता है जब किसी को दंडित किया जाए, कारण यह कि उस व्यक्ति का पता ही नहीं चल पाता है कि यह बच्चा है किसका। सरकारों को इस प्रकार के मामलों में और अधिक संवेदनशील होने की आवश्यकता है  उन्हें चाहिए कि जब भी कोई महिला गर्भ धारण करें तब से ही उसे ट्रैक किया जाए, उसकी हर प्रकार की परिस्थिति को समझा जाए, उसे मदद दी जाए, अगर वह ऊपर किस श्रेणी में आती है तो समाज को समझाया जाए, अगर फिर भी बात ना बने तो सरकारों को पहल करते हुए उस महिला को अपना जीवन अपने बच्चे के साथ जीने के लिए मदद करनी चाहिए। सरकारों को समाज में इस बारे में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है की इन पूरे घटनाक्रम में पैदा होने वाले बच्चे का कोई कसूर नहीं होता उसके साथ इस प्रकार मानवीय कृत्य करना एक अपराध है और जो भी व्यक्ति ऐसा करेगा उसे कठोर से कठोर दंड दिया जाएगा साथ ही इस प्रकार के कृत्यों के लिए कठोरतम सजा का प्रावधान किया जाना चाहिए।
कई बार तो इस प्रकार की घटनाएं सिर्फ इसलिए हो जाती हैं क्योंकि पैदा होने वाला बच्चा बालक ना होकर बालिका होती है परिवार को बालक की चाह रहती है और जब बालिका होती है तो वे इसे स्वीकार भी करते उसे त्याग देते हैं हमारे समाज की इस दूषित मानसिकता को भी ठीक करने की आवश्यकता है समझाने की आवश्यकता है कि बालक और बालिका दोनों में कोई अंतर नहीं है। आज हम देखते हैं कि बच्चे का पैदा होने के पहले ही लेंगे पता लगाकर उसको मां के गर्भ मैं मार दिया जाता है इसके लिए वह डॉक्टर जो गर्भ के पहले बच्चे का लिंग बताते हैं उनके ऊपर भी शक कार्यवाही की जाए की आवश्यकता है।

Monday, June 10, 2019

Unsafe India?for me!

भोपाल की बेबी के साथ जो भयावह  दुष्कर्म की घटना हुई है वह दिल को दहला देने वाली है। इसके पहले उज्जैन की छोटी बच्ची के साथ किया गया अमानवीय कृत्य हमारे स्वयं के ऊपर प्रश्न खड़ा करता है। अभी कुछ दिनों पहले ही अलीगढ़ की 2 साल की छोटी मासूम बच्ची को मात्र ₹10000 के लिए दुष्कर्म के बाद मार दिया गया, यह घटना सिर्फ एक पुरुष के द्वारा कार्य ना करते हुए एक महिला में इसमे महिला सनलिप्त पाई गई। यह पूरी घटनाएं इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली है अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमारा देश भी ऐसी घटनाओं से शर्मसार होता है इस प्रकार की घटनाएं हमारे नागरिक विकास पर सीधा प्रश्न खड़ा करते हैं। ऐसी घटनाएं तो कोई अशिक्षित मूर्ख व्यक्ति ही कर सकता है। जब ऐसी घटनाएं होती हैं तो हमारे राजनेता जो प्रमुख पदों पर बैठे हैं मीडिया के सामने आते हैं, अफसोस जताते हैं और यह भरोसा दिलाने की कोशिश करते हैं कि ऐसी घटना की अब पुनरावृत्ति नहीं होगी और चले जाते हैं, दूसरा पक्ष यह मांग करता है के आपमे काबिलियत नहीं है।आप इस्तीफा दें। जहां इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए उचित प्रशासनिक काम किया जाना चाहिए  वहां बस यही तू तू मैं मैं की लड़ाई चलती रहती है, नुकसान होता है तो सिर्फ जनता का। राजनेता तो अपनी रोटी सेकने में सफल हो ही जाते हैं। मंसा तो सब की यही है कि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो! लेकिन कैसे?

आंकड़ों की बात करें तो प्रदेश में महिला संबंधी अपराध की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है वर्ष 2017 में 2900 से भी ज्यादा 2018 में 3407 और 2019 में अब तक 1160 से भी ज्यादा अपराध पंजीबद्ध किए जा चुके हैं।

क्या सिर्फ आरोपियों को सजा दिलवाना पर्याप्त है? क्या ऐसे कर्मचारियों को दंडित करना पर्याप्त हैं, जिन्होंने अपने काम को उचित तरीके से नहीं किया? शायद नहीं।

इसका समाधान ढूंढने के लिए हमें इसके कारण कि गहराई तक जाना होगा।

हमारे देश में जनसंख्या एक बहुत बड़ी समस्या है जब तक इसको नियंत्रित नहीं किया जाता तब तक मूलभूत आवश्यकताओं को लोगों तक गुणवत्ता के साथ नहीं पहुंचाया जा सकता।

शिक्षा व्यक्ति के बौद्धिक विकास का सबसे जरूरी यंत्र है अगर व्यक्ति शिक्षित नहीं है तो वह ना तो स्वयं को समझ पाएगा ना ही किन्ही अन्य व्यक्तियों के अधिकारों को एवं उनकी भावनाओं को समझ पाएगा वह सिर्फ अपनी व्यक्तिगत आवश्यकताओं की पूर्ति को समझेगा इसके लिए वह किसी भी हद तक जा सकता है।

गरीबी -हम देखेंगे कि ज्यादातर अपराध गरीब तबके के लोगों द्वारा किए जा रहे हैं जो अपने भौतिक आवश्यकताओं की पूर्ति उचित स्वरूप से नहीं कर पा रहे हैं।

प्रशासन का गंभीर ना होना चाहे वह राज्य प्रशासन जिला प्रशासन या पुलिस हो अगर वह अपने कार्य के प्रति सजग नहीं है तो इस प्रकार की घटनाओं को बढ़ने से नहीं रोका जा सकता है।

अन्य कई कारण भी हो सकते हैं लेकिन इन सब में शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण कारण है एक शिक्षित व्यक्ति हमेशा ही ऐसे काम करता है जो उसके स्वयं के लिए एवं समाज व देश के विकास के लिए लोगों में एकता लाए, सामंजस्य लाएं। इस प्रकार के जो आपराधिक व्यक्ति होते हैं। वह कम शिक्षित होते हैं सरकारों को शिक्षा के प्रति बहुत ही सजग होने की आवश्यकता है। एक अशिक्षित समाज स्वस्थ समाज का निर्माण नहीं कर सकता निश्चित है ऐसे समाज में अपराधी ही पैदा होंगे। ऊपर के बातों से स्पष्ट है कि इस प्रकार के अपराध ज्यादातर उस कम्युनिटी में होते हैं जो निचले तबके का है जो गरीब है और अशिक्षित हैं। हम यूं कहें कि शिक्षा सभी प्रकार की कुरीतियों को खत्म करने का अचूक मंत्र है। केरल में इस प्रकार के अपराधों की संख्या कम है कारण कि वहां की शिक्षा नीति बहुत ही प्रभावशाली है। बावजूद इसके एक और कदम आगे बढ़ते हुए केरल की सरकार ने पूरे राज्य भर में सरकारी स्कूलों में 45000 स्मार्ट क्लास खोले हैं जिससे की सरकारी स्कूल में अब बच्चों के एडमिशन लेने की होड़ लग गई है। शिक्षा की ऐसी उत्तम व्यवस्था अन्य राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार के द्वारा भी किया जाना चाहिए।

स्कूल शिक्षा के बाद उच्च शिक्षा का व्यक्ति के व्यक्तित्व निर्माण में बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता है अगर स्कूल की शिक्षा न्यू होती है तो उच्च शिक्षा पूरा कंगूरा होता है। दुख है कि मध्य प्रदेश की शिक्षा देश भर के शिक्षा मापदंडों में सबसे निचले स्तरों में से एक है सरकार द्वारा पिछले वर्ष सेमेस्टर सिस्टम को खत्म कर दिया गया एवम पुनः वार्षिक प्रणाली को लाया गया। हमारी शिक्षा प्रणाली बच्चों को बहुत ही कार्यशील बनाने के लिए होनी चाहिए जबकि ऐसी शिक्षा प्रणाली बच्चों में काम ना करने  का भाव पैदा करती है।

दरअसल अभी स्थिति यह है कि  हमारे पूरे सरकारी तंत्र को भ्रष्टाचार ने खोखला कर दिया है  जितने भी सरकारी अधिकारी कर्मचारी हैं वह अपने कर्तव्य को प्राथमिकता ना देते हुए  उन कार्यों पर अधिक ध्यान देते हैं जिनसे उन्हें किसी ना किसी प्रकार का आर्थिक लाभ होने की संभावना बनी रहती है। यही वजह है कि  वह अपने कार्य को लग्न और शीघ्रता से नहीं करते उन्हें हटाने की कोशिश करते हैं।

भोपाल में अभी हुए दुष्कर्म के मामले में जब पीड़ित परिवार पुलिस थाने पहुंचा तो पुलिस ने तुरंत एक्शन नहीं लिया उन्होंने उस में टालमटोल करने की कोशिश की अगर पुलिस उचित समय पर अपना काम करती हो सकता था बेबी की जिंदगी को बचाया जा सकता था लेकिन लगभग 4 से 5 घंटे बाद पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेना शुरू किया तब तक बहुत देर हो चुकी थी आज आवश्यकता है हर सरकारी कर्मचारी को अपने कर्तव्यों के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित बनाने की। दुर्भाग्य है की कई मामलों में हमारे जो नेता होते हैं जो किसी प्रकार के पद पर रहते हैं वह पुलिस के द्वारा की जा रही निष्पक्ष कार्यवाही में हस्तक्षेप करते हैं इस वजह से कई बार पुलिस का मनोबल भी कम होता है आवश्यकता है कि पुलिस को एक इंडिपेंडेंट एजेंसी की तरह काम करने की स्वतंत्रता दी जाए उसमें किसी भी प्रकार का बाहरी हस्तक्षेप किसी भी बड़े अधिकारी या नेता द्वारा ना किया जाए कानून को अपना काम करने दिया जहै ।

इन समस्याओं से निपटने के लिए प्रशासन को अपने सभी अंगों के साथ एकजुट हो कर ऐसा समाधान निकालने एवं बहुत कठोरता से निर्णय लेने के बाद इन पर अमल करने की आवश्यकता है। साथ ही साथ सरकारों को नई शिक्षा नीति पर जो कि राष्ट्रीय स्तर की होनी चाहिए उस पर बहुत ही गंभीरता से अमल करने की आवश्यकता है। ऐसे अपराधों का अंत मात्र दंड देने से नहीं किया जा सकता बल्कि विशाल स्तर पर सुधार करके आने वाले समय में ऐसे अपराधों की संख्या को बहुत ही कम किया जा सकता है।

Saturday, June 8, 2019

INDIA vs AUSTRALIA ,world cup match preview ,dream 11 prediction ,9th june

Cricket wold cup 2019


Match No. - 14
Teams - India vs.  Australia


Venue # oval cricket stadium London


Pitch Report
  • Total match played 59
  • batting team won 24 times
  • Fealding team won 34 times
  • No Result -2
  • average score 258
  • highest score india 398
  • lowest score 103
  • Highest individual score 176 by E Lewis


Weather -
  • Weather -humid 76% - fast bowler get benefit
  • Cloudy atmosphere
  • Out field slow
  • Air flow normal

Note :- in evening there might be rain

This World.cup stat -
Australia played 2
  • Won -2
  • Lost-
INDIA  played 1
  • Won-1
  • Lost-


Table standing
Australia  -2
India - 7


Pitch type- Good for Batting
  • First batting in Ground is well but High Score also can be chased.


Toss-
Winning team will chose to bowl


Statistics head to head in ODI's
  Match between both teams #
  Matches ~ 136
  India won - 49
  Australia won -77
  Tied -
 No Result -10


Recent
In last 10 matches India has defeated Australia in eight matches


Match between both team in world cup
Played 11 Matches
India won 3 match
Australia 8 matches
Highest Score India 289 Australia 359
lowest score India 125 Australia 128


Win Probability - india 60%


Other fact
  • Rohit Sharma hit century in first match against Bangladesh
  • Out of 23 centuries Rohit Sharma has hit seven centuries against Australia
  • Rohit Sharma has scored 209 against Australia
  • Dhawan loves to give his best against Australia he has scored three centuries out of 16 against Australia
  • Virat Kohli is in good form he has scored eight centuries against Australia
  • MS Dhoni is the new wall of India
  • David Warner -in last 2 matches 89,3
  • Steve Smith - last 2  matches -18,73
  • Wicket -
    • Michell stare, 2,5
    • Pat Cummins -2,3


Key 🔑 player                            avg/str

  1. Ms Dhoni wk.                   51/88
  2. A Carey. Wk                    31/83
  3. Arona Flinch                   39/88
  4. D Warner.                       43/96
  5. Steve Smith                    42/ 86
  6. Rohit Sharma.                48/88
  7. Dhawan.                         44/94
  8. Virat k.                           59/93
  9. H.pandys.                     30/118
  10. J bumrah.            
  11. Mitchell stark
  12. Pat Cummins
  13. Nathan Coulter

Newzeland vs. Afganistan,ICC WorldCup ,Match Preview

Report, Match Details, Head-to-Head                     Stats & Playing XI

   Newzeland vs. Afganistan
Cricket wold cup 2019

Our YouTube prediction and preview
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Match No. - 13
Teams - Afganistan vs.  Newziland


This World.cup stat -
Afganistan played 2
  • Won -
  • Lost-2
Newzeland  played 2
  • Won-2
  • Lost-


Table standing
Newzeland  -1
Afganistaan - 10


Venue #   Cooper Associates County ground, Tauton.
  • Weather -humid 80% - fast bowler get benefit
  • Cloudy atmosphere with Rain ☔
  • Out field slow
  • Air flow high
  • It might rain ☔
Note :- due to rain match my start late


Pitch type- Good for Batting


Pitch Report
  • Total match played 3
  • batting team won 2 times
  • Feeling team won 1 times
  • average score 312
  • highest score india 373
  • lowest score sri lanka 216


Toss- Winning team will chose to Bat
Statistics head to head in ODI's
Match between both teams #
Matches ~ 1
Newzeland won - 1
Afganistaan won -
Tied -
No Result -


Match between both team in world cup
First ever match..
Win Probability - Newzeland 98%
Other fact


Key 🔑 player

  1. Martin Guptil NZ bat
  2. Kane Willamson NZ bat
  3. Colin Munro NZ bat
  4. Ross Taylor NZ bat
  5. Hazratullah zazai Af bat
  6. Matt Henry 🌟 NZ top bowler
  7. Md Navi Af ⚽
  8. Rashid khan Af ⚽


New Zealand is currently sitting at the top of the points table with victories in both their matches. After thumping Sri Lanka by 10 wickets in their World Cup opener, Kane Williamson and Co defeated Bangladesh by three wickets in a closely-fought match at the Kennington Oval in London. Their next opponent in Afghanistan, who are languishing at the bottom with two defeats from as many games.
The Cooper Associates County Ground in Taunton is set to host the encounter and it’s the second of tomorrow’s doubleheader. The Afghans, led by Gulbadin Naib, bowled down to Australia in their first match, but fought hard versus Sri Lanka, though they couldn’t get their first win. Afghanistan and New Zealand have met only once and that was in the 2015 World Cup.



Afghanistan vs New Zealand
Afghanistan vs New Zealand

The unbeaten New Zealand side will look to continue their run when they take on Afghanistan in the thirteenth fixture of ICC Cricket World Cup 2019 at the Cooper Associates County Ground, Taunton. The Kiwis are coming into this game after claiming back to back wins against Sri Lanka and Bangladesh while Afghanistan will look to get back on track after their defeats against Australia and Sri Lanka.

Match Details

Date: 8th June 2019 (Saturday)
Time: 12:30 AM (New Zealand), 06:00 PM (Sri Lanka), 01:30 PM (England) and 06:00 PM (IST)
Venue: Cooper Associates County Ground, Taunton

Weather Report

The players are expected to witness a chilly day, with 15-degree celsius, 76 percent cloud cover and some patches of rain during the first innings of the match.

Pitch Report

Taunton is known for being a heaven for the batters but the overnight rain might help the seamers during the initial overs of the play.

Head-to-Head Stats

Overall: This will be New Zealand's second ODI meeting with Afghanistan in the World Cup. The previous one was during the 2015 World Cup, which the Kiwis secured comfortably by six wickets.
At Taunton: Interestingly, the ground has never hosted an ODI involving either New Zealand or Afghanistan, and all three fixtures played at this venue have been hosted during Cricket World Cup 1983 (England vs Sri Lanka) and 1999 (India vs Sri Lanka & Kenya vs Zimbabwe).

New Zealand



New Zealand Cricket Team
New Zealand Cricket Team

The Kiwis have made a roaring start to their World Cup campaign and will eye an easy win against Afghanistan.

Batting

Key Batsmen - Martin Guptill, Ross Taylor & Kane Williamson
Ross Taylor led the Kiwis with his gritty 82 against Bangladesh while the Kiwi skipper Kane Williamson played a steady knock of 40 runs. The openers Martin Guptill (25) and Colin Munro (24) failed to convert their starts against the Tigers and are likely to rectify that on Saturday.

Bowling

Key Bowlers - Matt Henry, Lockie Ferguson & Trent Boult
Matt Henry currently leads the World Cup bowling charts with seven wickets. Lockie Ferguson (4 wickets) and Trent Boult (3 Wickets) are the other key scalpers.

Expected Playing XI

Kane Williamson (C), Tom Latham (W), Colin Munro, Jimmy Neesham, Ross Taylor, Martin Guptill, Colin de Grandhomme, Mitchell Santner, Matt Henry, Trent Boult, and Lockie Ferguson.

Afghanistan



Afghanistan Cricket Team
Afghanistan Cricket Team

The Afghans, who looked promising on paper, are struggling at moment and are in desperate need of a win against the buoyant Kiwi side.

Batting

Key Batsmen - Hazratullah Zazai, Mohammad Nabi & Najibullah Zadran
Najibullah Zadran has been the standout performer for the Blue Tigers with scores of 50 and 41 against Australia and Sri Lanka respectively. Their main concern has been the failure of the top order in both games. Hazratullah Zazai (30) showed some signs of revival in last game, the skipper, Gulabdin Naid will need a strong show from all of the Afghani top order batsmen, else it will be a cakewalk for the Kiwis.

Bowling

Key Bowler - Mohammad Nabi & Rashid Khan
Mohammad Nabi was the pick against Sri Lanka with four wickets with Rashid Khan and Dawlat Zadran snared two scalps each. It is expected that these three, alongside skipper Naib, are expected to trouble the Kiwis in the next game.

Expected Playing XI

Gulbadin Naib (C), Ikram Ali Khil (W), Hazratullah Zazai, Rahmat Shah, Asghar Afghan, Najibullah Zadran, Hashmatullah Shahidi, Mohammad Nabi, Rashid Khan, Dawlat Zadran and Hamid Hassan

चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग

चंदा मामा दूर के नहीं अब चंदा मामा टूर के हो गए हैं बड़ा ही भावुक समय था चंद्रयान को चंद्रमा की धरती पर लैंड करते हुए देखना, पहल...